यूपी समाचार: आज कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और सांसद प्रियंका गांधी ने स्थिति को संभालने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस-प्रशासन ने उन्हें गाजीपुर बॉर्डर पर ही रोक दिया। घंटों तक गाजीपुर बॉर्डर पर राजनीतिक गतिरोध चलता रहा, लेकिन प्रशासन ने कांग्रेस नेताओं को आगे बढ़ने की अनुमति नहीं दी। इसके बाद राहुल और प्रियंका दिल्ली लौट आए और भाजपा सरकार पर कड़ा प्रहार किया। अब इसी संदर्भ में नगीना लोकसभा सीट से सांसद और भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर का बयान सामने आया है।
चंद्रशेखर ने कहा है कि वे प्रतिदिन संभल जाने की अनुमति का अनुरोध कर रहे हैं, लेकिन उन्हें अब तक वहां जाने की अनुमति नहीं मिली है। भीम आर्मी के प्रमुख का कहना है कि वे संभल जाकर लोगों के दुख को साझा करना चाहते हैं और वहां हुए अन्याय को देश के समक्ष प्रस्तुत करना चाहते हैं।
सांसद चंद्रशेखर की संभल यात्रा की मांग: न्याय की आवाज उठाने का संकल्प
सांसद चंद्रशेखर ने कहा कि वह प्रतिदिन संभल जाने की अनुमति मांग रहे हैं, किंतु अब तक उन्हें वहां जाने की अनुमति प्राप्त नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि जिस दिन उन्हें संभल जाने की अनुमति मिलेगी, वह सबसे पहले वहां जाएंगे। वहां जाकर उन्हें अपने लोगों के आंसू पोंछने हैं और वहां हुए अन्याय को देश के समक्ष प्रस्तुत करना है।
भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर का संभल की स्थिति पर गहरा दुख
नगीना सांसद और भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर ने कहा, "मैं पहला व्यक्ति था जिसने संभल जाने का प्रयास किया था। वहां की स्थिति को लेकर मेरे मन में गहरा दुख था। वहां कई लोगों की जान गई है, कुछ को गोली लगी है और कई लोग घायल हुए हैं। यह सब जानने के बाद मैंने संभल जाने का निर्णय लिया।"
नगीना सांसद ने संभल दौरे की कोशिश और यूपी सरकार की आलोचना की
नगीना सांसद ने कहा कि उन्हें इस बात का दुख है कि वह संभल नहीं पहुंच पा रहे हैं, लेकिन वह वहां जाने की लगातार कोशिश कर रहे हैं। वह वहां जाएंगे और वहां के पीड़ितों की पीड़ा सुनेंगे। इस दौरान चंद्रशेखर ने राहुल गांधी को रोके जाने के विषय में भी अपनी राय व्यक्त की। उन्होंने इसे उत्तर प्रदेश सरकार की विफलता बताया और कहा कि यह पुलिस और यूपी सरकार की विफलता है। चंद्रशेखर ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की है।
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