ग्रेटर नोएडा। Noida Airport नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के तीसरे चरण में 2,084 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण के लिए हुए सामाजिक समाघात निर्धारण सर्वे (एसआईए) को प्रदेश सरकार ने स्वीकृति दे दी है। इसके साथ ही जमीन अधिग्रहण कानून की धारा 11 की अधिसूचना का रास्ता साफ हो गया है।
अधिग्रहण प्रभावित क्षेत्र में जमीन की खरीद फरोख्त और किसी भी तरह के निर्माण पर रोक लग जाएगी। जेवर में एविएशन हब के लिए आरक्षित पांच हजार हे, जमीन में से पहले चरण में 1,334 हे. में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को विकसित किया जा रहा है। अगले साल से एयरपोर्ट पर कामर्शियल सेवा शुरू हो जाएगी।
देश का सबसे बड़ा है यह एयरपोर्ट
एविएशन हब के दूसरे चरण में एयरक्राफ्ट की मेंटेनेंस, रिपेयर व ओवरहालिंग एमआरओ के लिए 1,365 हे. जमीन के अधिग्रहण की प्रक्रिया तकरीबन पूरी होने को है। इससे अधिग्रहण से प्रभावित नौ हजार परिवारों को माडलपुर व फ्लैदा बांगर में बसाने के लिए दो सौ हे. जमीन अधिगृहीत की जा रही है। नोएडा एयरपोर्ट को छह रनवे के देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनाने के लिए नागरिक उड्डयन विभाग की ओर से जिला प्रशासन को 2,084 हे. जमीन का प्रस्ताव भेजा गया था।
विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट को प्रदेश सरकार ने स्वीकृति देते हुए जमीन अधिग्रहण की धारा 11 की कार्रवाई का रास्ता साफ कर दिया है। नोएडा एयरपोर्ट के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डा. अरुणवीर सिंह का कहना है कि सर्वे को प्रदेश सरकार से स्वीकृति मिलने से अधिग्रहण प्रक्रिया का पहला पड़ाव पूरा हो गया है। अधिगृहीत जमीन पर भविष्य में नोएडा एयरपोर्ट का विस्तार करते हुए दो रनवे बनाए जाएंगे।
एयरपोर्ट की 50% बिजली की जरूरत सौर-पवन ऊर्जा से होगी पूरी
टाटा पावर नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की बिजली जरूरतों को पूरा करने के लिए 550 करोड़ का निवेश होगा। एयरपोर्ट की 50 प्रतिशत बिजली जरूरत को पवन ऊर्जा व सौर ऊर्जा से पूरी की जाएगी। नई दिल्ली में यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रा. लि. व टाटा पावर के अधिकारियों के बीच बृहस्पतिवार को अनुबंध हुआ।इसके तहत 10.8 मेगावाट बिजली पवन ऊर्जा से ली जाएगी। सौर ऊर्जा के लिए एयरपोर्ट साइट पर 13 मेगावाट क्षमता का प्लांट लगेगा। इसे विकसित करने, संचालन व मेंटेनेंस की जिम्मेदारी टाटा पावर की सहयोगी कंपनी टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लि. की होगी। एयरपोर्ट की बिजली जरूरत को पूरा करने को बृहस्पतिवार को विकासकर्ता कंपनी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रा. लि. व टाटा पावर के बीच नई दिल्ली में अनुबंध हुआ।
टाटा पावर परियोजना में 550 करोड़ करेगी निवेश
इसके तहत टाटा पावर की सहयोगी कंपनी टाटा पावर ट्रेडिंग कंपनी लि. एयरपोर्ट के लिए 10.8 मेगावाट पवन ऊर्जा से उत्पादित बिजली की आपूर्ति करेगी। टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लि. एयरपोर्ट साइट पर सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करेगा। इसकी क्षमता 13 मेगावाट होगी।
कंपनी इसका निर्माण करने संग संचालन व मरम्मत का कार्य भी करेगी। एयरपोर्ट परिसर के बिजली उपकरण व इन्फ्रास्ट्रक्चर की देखरेख की जिम्मेदारी भी कंपनी की होगी। इसके लिए दोनों कंपनियों के बीच 25 वर्ष की अवधि के लिए अनुबंध हुआ है। टाटा पावर परियोजना में कुल 550 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।
वहीं, अनुबंध हस्ताक्षर के मौके पर टाटा पावर के सीईओ व एमडी डा. प्रवीर सिन्हा ने कहा कि नोएडा एयरपोर्ट को शून्य कार्बन उत्सर्जन एयरपोर्ट बनाने में रिन्यूएबल एनर्जी अहम है। कंपनी एविएशन सेक्टर के लिए नवोन्वेष, स्वच्छ ऊर्जा की जरूरत को पूरा करने को संकल्पित है। नोएडा एयरपोर्ट से जुड़ना इसे और बढ़ावा देगा।
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