पुलिस को दी गई शिकायत के अनुसार, प्रारंभिक चरण में कंपनी ने निवेश की गई राशि पर ब्याज प्रदान कर निवेशकों का विश्वास अर्जित किया। किन्तु, जब निवेशकों ने अधिक धनराशि का निवेश किया, तो कंपनी ने घाटे का कारण बताते हुए भुगतान रोक दिया।
फरीदाबाद: यदि कोई आपसे यह कहता है कि 18 महीनों में आपकी पूंजी दोगुनी हो जाएगी, तो उसके झांसे में न आएं, अन्यथा आपकी जमा पूंजी भी ठगी जा सकती है। ओल्ड फरीदाबाद में एक कंपनी खोलकर इसी प्रकार से लोगों को फंसाया जा रहा था। इस ठग कंपनी ने एक टेंट व्यवसायी सहित 20 लोगों से लगभग 2.39 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की। पीड़ित की शिकायत पर सेक्टर-17 थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। कंपनी प्रबंधन लोगों के पैसे को शेयर बाजार और अन्य वित्तीय कंपनियों में निवेश कर मुनाफा कमाने का लालच देते थे।
विशेष उल्लेखनीय यह है कि कंपनी ने अपना जीएसटी नंबर प्राप्त कर रखा था। शिकायतकर्ता के अनुसार, कंपनी ने प्रारंभिक समय में निवेश की राशि पर ब्याज प्रदान कर विश्वास स्थापित किया। जब अधिक धनराशि का निवेश किया गया, तो कंपनी ने घाटे का हवाला देकर भुगतान बंद कर दिया। जब पीड़ित अपने पैसे वापस लेने के लिए कंपनी के कार्यालय पहुंचे, तो वहां ताला लटका हुआ पाया। अंततः, थक-हार कर पीड़ित ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
राकेश कुमार का निवेश अनुभव: एमएस सिंघानिया एंटरप्राइजेज में विश्वास और धोखा
दिल्ली के वाणी विहार, उत्तमनगर के निवासी राकेश कुमार टेंट का व्यवसाय करते हैं। उन्होंने पुलिस को अपनी शिकायत में बताया कि ओल्ड फरीदाबाद के मेट्रो पिलर नंबर 687, श्याम बाबा मार्केट में एमएस सिंघानिया एंटरप्राइजेज नामक एक कंपनी है। एक परिचित की पत्नी ने उनकी पत्नी को इस निवेश के बारे में जानकारी दी। पत्नी के आग्रह पर राकेश ने निवेश करना शुरू किया। पत्नी की सहेली के पति ने भी इस कंपनी में निवेश किया था और उन्हें कंपनी द्वारा शर्तानुसार पैसे वापस मिलते रहे। इसी विश्वास पर राकेश ने भी निवेश करना आरंभ किया। जब उन्होंने कंपनी प्रबंधन से संपर्क किया, तो उन्हें बताया गया कि निवेश राशि को 12, 15 और 18 महीनों में दोगुना करके लौटाया जाएगा। शुरुआत में उन्होंने 1,20,000 रुपये का निवेश किया, और 12 महीने बाद कंपनी ने उन्हें 2,40,000 रुपये लौटाए। इसके बाद, उन्होंने धीरे-धीरे और रकम निवेश की। राकेश ने बताया कि लगभग 6 महीने तक कंपनी प्रबंधन ने निवेश पर ब्याज का भुगतान किया।
धोखाधड़ी का शिकार व्यापारी: बेटियों की शादी के लिए निवेश का दर्दनाक अनुभव
पीड़ित व्यापारी ने बताया कि उनकी दो बेटियां हैं और उनकी शादी को धूमधाम से संपन्न कराने के लिए वे कंपनी में निवेश कर धन एकत्र करना चाहते थे। लगभग 6 महीने तक कंपनी ने ब्याज का भुगतान किया, जिससे किसी प्रकार की धोखाधड़ी का संदेह नहीं हुआ। जब कंपनी द्वारा पैसे वापस न करने की स्थिति आई और इस संबंध में कंपनी प्रबंधन से चर्चा की गई, तो उन्होंने कंपनी के घाटे में होने का हवाला दिया।
कंपनी के प्रलोभन में फंसे व्यवसायी ने गंवाए करोड़ों, पुलिस ने दर्ज किया मामला
पीड़ित व्यवसायी ने बताया कि कंपनी के प्रलोभन में आकर उन्होंने अपने परिजनों और परिचितों का भी धन निवेश कराना शुरू कर दिया। पीड़ित ने यह भी उल्लेख किया कि लालच में आकर उन्होंने अपना एक मकान बेचकर सारा धन कंपनी में निवेश कर दिया। कुल 20 लोगों से कंपनी में दो करोड़ 39 लाख 55 हजार रुपये जमा कराए गए। हालांकि, किसी को भी धन वापस नहीं मिला। दबाव डालने पर कंपनी प्रबंधन ने फरीदाबाद में जमीन देने का आश्वासन दिया और फोटोस्टेट दस्तावेज दिखाए, लेकिन जमीन का मालिक कौन है, इसकी कोई जानकारी नहीं मिली। उन्होंने बताया कि उन्होंने स्वयं लगभग 60 लाख रुपये निवेश किए थे। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने विशंभर दयाल उर्फ विशु, उसके सहयोगी दीपक निवासी संत नगर और नरेंद्र कुमार के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
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